लेखनी कविता - जग की सजल कालिमा रजनी- जयशंकर प्रसाद

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जग की सजल कालिमा रजनी- जयशंकर प्रसाद जग की सजल कालिमा रजनी में मुखचन्द्र दिखा जाओ . ह्रदय अँधेरी झोली इनमे ज्योति भीख देने आओ . प्राणों की व्याकुल पुकार पर ...

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